इन आसान तरीकों से घर में आएगी खुशहाली : वास्तु शास्त्र को भूलकर भी न करें नजरअंदाज, इन चीजों के हैं बहुत मायने
Vastu Tips : वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दिशा और संरचना को सही तरीके से बनाने से घर के निवासियों को सुख, समृद्धि और शांति मिलती है।
यहां कुछ तरीके हैं जिनका पालन करके आप अपने घर का वास्तु शास्त्र बेहतर रख सकते हैं। इन तरीकों का पालन करके, आप अपने घर का वास्तु शास्त्र बेहतर रख सकते हैं और अपने जीवन में सुख, समृद्धि और शांति ला सकते हैं।
मुख्य द्वार: मुख्य द्वार उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए, क्योंकि यह दिशाएं सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं।
पूजा स्थल: पूजा स्थल घर के उत्तर-पूर्व भाग में होना चाहिए, जिसे ईशान कोण कहा जाता है।
भोजन कक्ष: भोजन कक्ष घर के पश्चिम दिशा में होना चाहिए, क्योंकि यह दिशा भोजन और पोषण से संबंधित है।
शयन कक्ष: शयन कक्ष घर के दक्षिण या पश्चिम दिशा में होना चाहिए, क्योंकि यह दिशाएं आराम और शांति को बढ़ावा देती हैं।
स्नानागार: स्नानागार घर के उत्तर या पश्चिम दिशा में होना चाहिए, क्योंकि यह दिशाएं जल से संबंधित हैं।
वृक्षारोपण: घर के आसपास वृक्षारोपण करना चाहिए, खासकर तुलसी, नीम और पीपल के पेड़, क्योंकि यह पेड़ सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं।
रंग योजना: घर के दीवारों का रंग हल्का और सौम्य होना चाहिए, जैसे कि सफेद, पीला या हरा।
ध्वनि: घर में शांति और सौम्य ध्वनि होनी चाहिए, जैसे कि घंटी या शंख की ध्वनि।
वास्तु शास्त्र में कई चीजों को बेहतरीन बताया गया है, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं
उत्तर दिशा: उत्तर दिशा को वास्तु शास्त्र में सबसे शुभ दिशा माना जाता है, क्योंकि यह दिशा भगवान कुबेर की दिशा है, जो धन और समृद्धि के देवता हैं।
पूर्व दिशा: पूर्व दिशा को वास्तु शास्त्र में भी शुभ माना जाता है, क्योंकि यह दिशा सूर्योदय की दिशा है और सूर्य की ऊर्जा को आकर्षित करती है।
हरे पौधे: हरे पौधों को वास्तु शास्त्र में शुभ माना जाता है, क्योंकि वे सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं और वातावरण को शुद्ध करते हैं।
साफ-सुथरा घर: साफ-सुथरा घर वास्तु शास्त्र में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि यह घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है।
पानी का स्रोत: घर में पानी का स्रोत, जैसे कि कुआं या फव्वारा, वास्तु शास्त्र में शुभ माना जाता है, क्योंकि यह घर में धन और समृद्धि को आकर्षित करता है।
धार्मिक चिन्ह: धार्मिक चिन्ह, जैसे कि ओम, स्वस्तिक और शंख, वास्तु शास्त्र में शुभ माने जाते हैं, क्योंकि वे घर में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं।
इन चीजों को वास्तु शास्त्र में बेहतरीन बताया गया है, क्योंकि वे घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देते हैं और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाते हैं।